मृत्यु का यह मार्ग मेरा
सरल आप कर देना
यंत्रो पर जीने के बजाय
अंग मेरे मुझे दान करने दो
शांति से मुझे मरने दो
बिमारियों से ग्रस्त मै
मस्तिष्क से मृत बना हूँ
नाशवंत शरीर को त्याग कर भी
उसी में जकडा हूँ
इस शरीर का भी त्याग करने दो
शांति से मुझे मरने दो
यंत्रो और औषधियों से
शरीर मेरा जुडा है
आत्मा ने कभी से
त्याग इसका किया है
इन यंत्रो का चलना बंद कर दो
चैन से मुझे मरने दो
शरीर मन और आत्मा
ये भिन्न घटक मेरे
जुडे एक धागे से
धागा वो ढीला कर दो
शांति से मुझे मरने दो
मन मेरा मृत है
आत्मा को मुक्त कर दो
शरीर का मेरे मात्र
उपयोग उत्तम होने दो
देह के अवयव मेरे
दे नया जीवन रोगी को
प्रत्यारोपण कर के उनका
नया जीवन शुरू करने दो
जीवन से जीवन खिलने दो
कानून की जकडन है आप पर
वाकिफ हूँ मैं इस परिस्थिति से
युथेंसिया मैं मांगता नहीं
इसे तो आप समझ लो
शरीर रूपी वस्त्र मेरा
मुझे अब बदलने दो
चैन से मुझे मरने दो
अंतिम इच्छा यह मेरी
अवयव रुग्णों को प्राप्त हो
इच्छा यह मेरी पूरी कर दो
सुख से मुझे राम-राम कहने दो
(डॉ. कैलाश जावडे द्वारा मराठी में लिखी कविता का विजयंता चितळे द्वारा हिंदी अनुवाद)
सरल आप कर देना
यंत्रो पर जीने के बजाय
अंग मेरे मुझे दान करने दो
शांति से मुझे मरने दो
बिमारियों से ग्रस्त मै
मस्तिष्क से मृत बना हूँ
नाशवंत शरीर को त्याग कर भी
उसी में जकडा हूँ
इस शरीर का भी त्याग करने दो
शांति से मुझे मरने दो
यंत्रो और औषधियों से
शरीर मेरा जुडा है
आत्मा ने कभी से
त्याग इसका किया है
इन यंत्रो का चलना बंद कर दो
चैन से मुझे मरने दो
शरीर मन और आत्मा
ये भिन्न घटक मेरे
जुडे एक धागे से
धागा वो ढीला कर दो
शांति से मुझे मरने दो
मन मेरा मृत है
आत्मा को मुक्त कर दो
शरीर का मेरे मात्र
उपयोग उत्तम होने दो
देह के अवयव मेरे
दे नया जीवन रोगी को
प्रत्यारोपण कर के उनका
नया जीवन शुरू करने दो
जीवन से जीवन खिलने दो
कानून की जकडन है आप पर
वाकिफ हूँ मैं इस परिस्थिति से
युथेंसिया मैं मांगता नहीं
इसे तो आप समझ लो
शरीर रूपी वस्त्र मेरा
मुझे अब बदलने दो
चैन से मुझे मरने दो
अंतिम इच्छा यह मेरी
अवयव रुग्णों को प्राप्त हो
इच्छा यह मेरी पूरी कर दो
सुख से मुझे राम-राम कहने दो
(डॉ. कैलाश जावडे द्वारा मराठी में लिखी कविता का विजयंता चितळे द्वारा हिंदी अनुवाद)